Best 150+ Love Shayari in Hindi | हिंदी में लव शायरी
दोस्तो हम आपके लिए लेकर आए है love shayari जिसके जरिए आप अपने आपने प्यार को याद कर सकते है। आपने करीबी को याद कर सकते हो। यदि आप आपने लव को इंप्रेस करना चाहते है love shayari hindi आप यह पड़ सकते हो ।
हम यह आपको बेहतरीन बेहतरीन Best love shayari लिख रहे है । आप अपने करीबी को social media पर बेज सकते है वो भी इसको पड़ सकते हैं।
Love Shayari Collection Hindi
सुना दू सभी की तरफ से सुनो फिर कि खिला है फूल टहेनी पर वक्त आने पर तोड़ना ही पड़ेगा ।।
तुम दुनियां थी मेरी पर अफसोस एक दिन दुनियां को छोड़ना ही पड़ेगा ।।
लिखने लगा हूं आजकल मैं कुछ बातें थोड़ी उसके बारे मे कि कैसा हैं ये प्यार सब के सामने अनजान बोलती हू और अकेले मे जान बोलती हैं ।
सोर बहुत है, मगर सुनाई नहीं देगा दर्द दिल का अब चेहरे पर देखाई नहीं देगा, एक तुझ से बनाने के लिए मेने बिगाड़ ली सबसे, अब मेरे हक में भी कोई गवाई नहीं देगा
हम उस वक्त बहोत रोते है जब कोई करीबी हमको छोड़ कर बहोत दूर चला जाता है फिर कभी लौटकर वापस नही आता
मैं तबाह हूं तेरे प्यार मे और तुझे दुसरो का ख्याल है कुछ मसलें पर भी गौर कर मेरी तो जिन्दगी का सवाल है
ये लास्ट शायरी अर्ज क्या हु की कुछ घर के हालात सर पे है दिल बहुत करता है शायरी लिखने का मेरे जान फिर कही से पेट की आबाज आता है फिर दिमाग़ बोलता है ना ना शायरी नहीं माँ घर पे भुकी होगी
अर्ज क्या हु रिस्ता सब से रखो लेकिन उम्मीद किसी से नहीं ओर जिसे जाना है जाने दो की मेरे भाई जिसे जाना है उसे जाने दो जिंदगी तो उसके नाम कर ही दिया था अब क्या ये जो मेरे नसीब मे मेरी माँ का बक्त है उसे भी उसके नाम कर दु जो गया जाने दो
अर्ज क्या हु की लोग बोलते है प्यार में गरीबी अमीरी नी देखा जाता तो मुझे एक ऐसा इंसान कोई दिख क्यूँ नही रहा की मै उस गरीब से पूछ सकू भाई तेरा प्यार ठीक ठाक है ना
मैं वहाँ जा कर भी माँग लूँ तुझे, कोई बता दे क़िस्मत के फ़ैसले कहाँ होते हैं,[
तुम छोड़ो भी कुछ कहने को, मैं कहता हुँ, मुछे कहने दो, इक तरफा इश्क़ ही बेहतर है, मैं करता हूँ तुम रहने दो.
इश्क का मजा तो इंतजार में है उसकी एक झलक एक दीदार में है बेकरार तो होकर देखो प्यार में सच्चा इश्क तो एकतरफा प्यार में है
ये इश्क के रिश्ते मत निभा ऐ गुलज़ार अक्सर टूट जाते हैं ऐ खिलौने की तरह
मेरी झूठी कसमें खा कर मेरे हक में दुआ न कर तू अपने नए वाले पर ध्यान दे तू हमारी फर्क मत कर |
इन हांथों कि लकीरों पर मत जाना गालिब.., किस्मत उनकी भी होती है जिनके हांथ नहीं होत
अर्ज क्या हु मुझे इश्क के तजुर्बे ना सिखा ये जिंदगी हमे वहा से ठुकराया गया है जहा तजुर्बा कम था पर प्यार करने का तजुर्बा कम नहीं था
अधूरी दुआ और अधूरे ख्वाब कभी पूरे नही होते
हर चीज दुआ से मिल जाती तो भीख ना मांगते लोग
तु जहां भी रहे सर पर तेरे इल्ज़ाम तो है तेरे हाथो की लकीरों में एक मेरा नाम तो है। tu mujhe अपना बनाये या ना बनाये. ये तेरी खुसी. मगर आज भी इस जमाने में मेरे नाम से बदनाम तो है
ना इलाज है ना दवाई है ये। इश्क तेरे टक्कर की बीमारी आई है
बिना मेहनत अगर मिल जाये पैसा तो उसे पानी की तरह बहा दिया जाता है, कमाई हुई एक एक कौड़ी भी खर्च करने में हजार बार सोचते हैं लोग…
गरीबी आए तो सबर नही अमीरी आए तो कदर नहीं
क्यूँ करे कोई हमारी कद्र हम तो पराये लोगों को अपना समझ लेते हैं लेकिन वो हमें समझने में बहोत देर कर देते है
की उसकी डोली उठी, मेरा जनाजा उठा”, फूल उसपे भी थे, फूल मुझपे भी थे, मेहफिल वहा भी थी, लोग यहाँ पर भी थे, उनका हँसना वहा, इनका रोना यहाँ, सहेलियाँ उनकी भी थी, दोस्त मेरे भी थे, काजी उधर भी था, मोलवी इधर भी था, वो सज के गई, मुझे सजाया गया, वो उठके गई, मुझे उठाया गया, फर्क सिर्फ इतना सा था मेरे दोस्त, उसे अपनाया गया, और मुझे दफनाया गया…!
क्योंकि उनके पास पहले से ही विकल्प होते हैं… उसमें से हम भी हैं एक इसलिए वो हमें वैसे ही प्रतिक्रिया देते हैं…!
अब लोगो को जो वो चा हि ए जो दूसरों के पास है जो पास है उस से संतुष्ट नही
मोहब्बत कमजोर दिलो पर काम नहीं करती। साहब ? रुह काप जाती है जब जुदा होते है।